ICSR /NSS ,आईपीएस अकादमी द्वारा, सिल्वर जुबली ईयर के पांचवे दिन प्रोजेक्ट अम्भस को 94.3 MY FM के साथ लांच किया गया। अम्भस एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है पानी।
प्रोजेक्ट अम्भस की लॉन्चिंग प्रेजिडेंट श्री अचल चौधरी द्वारा अम्भस वारियर्स को शपथ दिला कर और गुब्बारों के माध्यम से की गयी, मैनेजमेंट से श्री राजेश चौधरी, श्री रवि सक्सेना और दिलीप अवस्थी सर, आई बी ऍम आर से श्री विवेक कुशवाह भी उपस्थित थे. आईपीएस अकादमी के स्कूल ऑफ़ परफॉरमेंस और अन्य डिपार्टमेंट के छात्रों ने शानदार म्यूजिकल परफॉरमेंस दिया. RJ वीर ने प्रोग्राम में चार चाँद लगा दिए. डिपार्टमेंट हेड नेहा शर्मा बताती है की अगर हमें पानी की अहमियत देखना है तो कभी राजस्थान का टूर करे, जहाँ आज भी महिलाये मिलो दूर चल कर पानी लाती है।
प्रोजेक्ट अम्भस की लॉन्चिंग प्रेजिडेंट श्री अचल चौधरी द्वारा अम्भस वारियर्स को शपथ दिला कर और गुब्बारों के माध्यम से की गयी, मैनेजमेंट से श्री राजेश चौधरी, श्री रवि सक्सेना और दिलीप अवस्थी सर, आई बी ऍम आर से श्री विवेक कुशवाह भी उपस्थित थे. आईपीएस अकादमी के स्कूल ऑफ़ परफॉरमेंस और अन्य डिपार्टमेंट के छात्रों ने शानदार म्यूजिकल परफॉरमेंस दिया. RJ वीर ने प्रोग्राम में चार चाँद लगा दिए. डिपार्टमेंट हेड नेहा शर्मा बताती है की अगर हमें पानी की अहमियत देखना है तो कभी राजस्थान का टूर करे, जहाँ आज भी महिलाये मिलो दूर चल कर पानी लाती है।
गत वर्षो में जो पानी की समस्या हम लोग देख रहे है जैसे भूमिगत जल का स्तर घटना, पीने के पानी का संकट, अत्यंत वर्षा और अन्य प्राकृतिक आपदाये, ये सारी गंभीर समस्या है जो की कुछ छोटे छोटे प्रयासों द्वारा निपटाई जा सकती है। प्रोजेक्ट अम्भस में जल संचय के लिए जागरूकता अभियान चलाये जायेंगे इसी दौरान अम्भस वारियर्स ने यह शपथ ली की हम जल को व्यर्थ नहीं जाने देंगे , जल की एक बून्द भी अमृत के सामान है जिसे हमें सहेज कर रखना होगा । जल से ही हम है और जल ना हो तो हम कहा है ? कुछ छोटी बाते जेसे अगर आपको आधा गिलास पानी पीने की आवश्यकता है तो आधा ही गिलास पानी ही मांगे, वरना बचा हुआ आधा गिलास पानी हमेशा व्यर्थ ही जायगा। हर नागरिक से निवेदन है की बारिश का पानी का संग्रहण प्रणाली को अपनाये। आईपीएस अकादमी के विद्यार्थी निवेदन करते है की कोई भी ऐसा काम ना करे जिसमे अनावश्यक पानी लगे जैसे, बर्थडे पर केक की होली और उसके बाद खूब सारा पानी व्यर्थ ही बहाना, होली के दिन टैंकर भर के पानी बहाना आदि। डिपार्टमेंट हेड नेहा शर्मा बताती है की अगर हमें पानी की अहमियत देखना है तो कभी राजस्थान का टूर करे, जहाँ आज भी महिलाये मिलो दूर चल कर पानी लाती है।
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